ओशो- बुद्ध कहते थे कि जिसे सादृश्य-योग साधना हो, वह पहले तो तीन महीने मरघट पर जाकर निवास करे। सादृश्य-योग साधना हो, तो पहले तीन महीने मरघट पर निवास करे। जब कोई भिक्षु आता, बुद्ध कहते, जा तीन महीने मरघट पर रह। वह कहता, इससे क्या होगा? मैं योग साधने आया! बुद्ध कहते, पहले जरा […]Read More
प्रश्न: आपने कहा कि सब मन के रोग प्रेम की कमी से पैदा होते हैं? ओशो- निश्चित ही मन के सभी रोग प्रेम की कमी से पैदा होते हैं। लेकिन इस सत्य को समझना पड़े। जीवन में तीन घटनाएं हैं, जो बहुमूल्य हैं: जन्म, मृत्यु और प्रेम। और जिसने इन तीनों को समझ लिया […]Read More
ओशो- मुहूर्त का अर्थ होता है : दो क्षणों के बीच का अंतराल। मुहूर्त कोई समय की धारा का अंग नहीं है। समय का एक क्षण गया, दूसरा क्षण आ रहा है, इन दोनों के बीच में जो बड़ी पतली संकरी राह है—मुहूर्त।शब्द फिर विकृत हुआ। अब तो लोग कहते हैं, उसका उपयोग ही तभी […]Read More
ओशो- मैंने सुना है कि एक आदमी बहुत उदास और दुखी बैठा है। उसकी एक बड़ी होटल है। बहुत चलती हुई होटल है। और एक मित्र उससे पूछता है कि तुम इतने दुखी और उदास क्यों दिखाई पड़ते हो कुछ दिनों से? कुछ धंधे में कठिनाई, अड़चन है? उसने कहा, बहुत अड़चन है। बहुत घाटे […]Read More
भिलाई/ समाजसेवी और सिम्पलेक्स कास्टिंग लिमिटेड एमडी डॉक्टर संगीता शाह का पांच दिवसीय अभियान एक रक्षा सूत्र भारत की सेना के नाम” के 19 अगस्त से 23 अगस्त तक जारी रहेगा। अभियान में हिस्सा बनने डॉ संगीता शाह ने सभी से अपील की है कि हमारा हर दिन खुशियों भरा है, हर शाम में सुकून […]Read More
स्वधर्म की खोज श्रीभगवानुवाच लोकेऽस्मिन्द्विविधा निष्ठा पुरा प्रोक्ता मयानघ। ज्ञानयोगेन सांख्यानां कर्मयोगेन योगिनाम्।।३।। ओशो- इस प्रकार अर्जुन के पूछने पर भगवान श्री कृष्ण बोले, हे निष्पाप अर्जुन, इस लोक में दो प्रकार की निष्ठा मेरे द्वारा पहले कही गई है: ज्ञानियों की ज्ञानयोग से और योगियों की निष्काम कर्मयोग से।कहते हैं कृष्ण, निष्पाप अर्जुन! संबोधन […]Read More
भिलाई/ जल संसाधन विभाग में कार्यपालन अभियंता टी आर मेश्राम तथा शासकीय मोहन लाल गुप्ता महाविद्यालय खुर्सीपार में प्राध्यापक श्रीमती अनिता मेश्राम की सुपुत्री कु नुपुर मेश्राम जिसने वैदेही चिकित्सा महाविद्यालय बैंगलोर से MBBS की परीक्षा विशेष योग्यता से उत्तीर्ण की तथा वर्तमान में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय हॉस्पिटल ,डिब्रुगढ़ असम में जनरल surgury में पोस्ट […]Read More
प्रश्न- सभी धर्म चाहते है उनका धर्म छोडकर कोई दूसरे धर्म मे न जाये-लेकिन दूसरे धर्म के लोग उनके धर्म मे आ जाये-क्यो ? ओशो- यह देश हिन्दू मतांध लोगों के हाथ का शिकार हुआ जा रहा है। चेष्टा यह है कि कोई हिन्दू किसी दूसरे धर्म में न जा सके। लेकिन कोई नहीं पूछता […]Read More
ओशो- आतंकवाद की घटना निश्चित रूप से उस सबसे जुड़ी है, जो समाज में हो रहा है। समाज बिखर रहा है। उसकी पुरानी व्यवस्था, अनुशासन, नैतिकता, धर्म सब कुछ गलत बुनियाद पर खड़ा मालूम होता है। लोगों की अंतरात्मा पर अब उसकी कोई पकड़ नहीं रही।आतंकवाद का मतलब इतना ही है कि लोग मानते हैं […]Read More
ओशो- रमण की समाधि समझने जैसी है। ज्यादा उम्र उनकी न थी। ज्यादा होती तो शायद समाधि मिलती भी न। ज्यादा उम्र क्या हो जाती है लोगों की, अनुभव का कचरा खूब इकट्ठा हो जाता है। फिर उस कचरे से छूटना बड़ा मुश्किल होता है। ज्यादा उम्र क्या हो जाती है, लोग ज्ञानी हो जाते […]Read More