साथी ही निकला हत्या का आरोपी, कुम्हारी थाना क्षेत्रांतर्गत घटित अन्धे कत्ल के मामले का खुलासा
कुम्हारी/ थाना प्रभारी संजीव मिश्रा से मिली जानकारी के मुताबिक दिनांक 02.01.2024 को प्रार्थी राजेन्द्र महिलांग निवासी ग्राम कपसदा ने थाना कुम्हारी में रिपोर्ट दर्ज करायी कि मेरे रिस्ते में लगने वाला भाई गोपाल सोनवानी उर्फ पांगडू जिसके माता पिता की मृत्यु हो जाने के बाद पिछले 05-06 वर्षों से मेरे घर में रहता था, वर्तमान में हेरीटेज होटल रायपुर में हाऊस कीपिंग का काम कर रहा था, जो कि दिनांक 01.01.2024 को अपने दोस्त की पैसन मोटर सायकल क्रमांक सी.जी.04 एम.जे. 5363 से मेरे घर आया था और रात्रि तकरीबन 08ः00 बजे मोहल्ले में झगड़े की आवाज सुनकर मिलन चौक के पास जाकर देखा तो गली में अनिल माकरण्डे, आकाश मारकण्डे, राज चेलक एवं गोपाल सोनवानी उर्फ पांगडू आपस में झगड़ा कर रहे थे। मैं वापस अपने घर आकर सो गया। सुबह मुझे सूचना मिली की गोपाल सोनवानी उर्फ पांगडू की लाश केडिया नाला खपरी शमशान के पास पड़ी है, खून लगे पत्थर भी पडे़ है, सर पर पत्थर पटक कर गंभीर चोट पहुँचाकर हत्या कर दिया गया है कि रिपोर्ट पर थाना कुम्हारी में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 05/2024 धारा 302 भादवि का पजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
उक्त अन्धे कत्ल की घटना को अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राम गोपाल गर्ग (भा.पु.़से.) के द्वारा आरोपी की शीर्घ्र पतासाजी कर कार्यवाही करने हेतु निर्देश प्राप्त हुये थे, जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) अभिषेक झा (रा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) डॉ.अनुराग झा (रापुसे), नगर पुलिस अधीक्षक, (छावनी) आषीष बंछोर (रा.पु.से.) के मार्गदर्शन में एवं ए.सी.सी.यू प्रभारी निरीक्षक नरेश पटेल व थाना प्रभारी कुम्हारी निरीक्षक संजीव मिश्रा के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू एवं थाना कुम्हारी की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था।
टीम द्वारा घटना स्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण कर आवष्यक साक्ष्य जुटाए गये। मृतक के परिजन, रिस्तेदारों, दोस्तों एवं कार्य करने के स्थान के लोगों से विस्तृत पूछताछ कर आवष्यक जानकारी जुटायी गयी। उपरोक्त सभी लोगों से पूछताछ के परिणाम स्वरूप पता चला कि मृतक गोपाल सोनवानी उर्फ पांगडू अपने माता पिता की मृत्यु के पश्चात् अपने रिस्तेदार राजेन्द्र महिलांग के घर विगत 05-06 साल से रह रहा था। पिछले 08-09 महिनों से हेरीटेज होटल रायपुर में वहीं रहकर काम करता था। बीच-बीच में आना जाना करते रहता था। इसी क्रम मंे दिनांक 01.01.2024 को रायपुर से ही अपने किसी साथी की मोटर सायकल को लेकर गांव आया हुआ था, गांव आने के बाद अपने दोस्त अनिल माकरण्डे, आकाष मारकण्डे एवं राज चेलक के साथ शाम के समय शराब सेवन किया और इनके बीच आपसी झगड़ा विवाद भी हुआ। जिससे गोपाल का शर्ट गंदा हो गया था जिसे मोहित अपना शर्ट पहनने के लिये दिया था। रात में तकरीबन 08ः30 बजे मोहित उर्फ आकाष के साथ रायपुर जाने के लिए निकला था। उपरोक्त पूछताछ से प्राप्त निष्कर्ष के आधार पर संदेही मोहित उर्फ आकाष मारकण्डे को तलब कर पूछताछ किया गया। जोकि प्रारंभिक पूछताछ पर पुलिस को गुमराह करता रहा किन्तु सतत् तथ्यात्मक पूछताछ करने पर अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि मृतक गोपाल सोनवानी उर्फ पांगडू के साथ शाम को शराब पीये थे तब से गोपाल गाली गलौच कर रहा था जिस पर झगड़ा विवाद भी हुआ था, रात में 08ः30 बजे के करीब गोपाल अपने साथ रायपुर चलने के लिए और वहीं पर काम दिलवाने के लिये बोला, जिससे मैं अपने कुछ कपड़े बैग में डालकर गोपाल के साथ मोटर सायकल से रायपुर जाने के लिये निकला। केडिया नाला खपरी शमषान के पास हम लोग गांजा पीने के लिए रूके, गोपाल पहले से शराब भी पिया हुआ था और गांजा पीने के बाद मुझे मां बहन की गंदी-गंदी गाली बकने लगा, मेरे द्वारा मना करने पर नहीं मान रहा था, मारपीट पर उतारू हो गया, जिससे मैं वही पर पड़े बड़े से पत्थर से गोपाल के सिर पर वार कर दिया और उसके गिरने पर उसके सिर पर और पत्थर पटक कर, गोपाल के पहने अपने द्वारा दिये गये शर्ट को निकाल कर, बैग लेकर पैदल अपने घर चला गया। आरोपी की उक्त स्वीकारोत्ति के पश्चात् आरोपी की निषान देही पर खून लगये कपड़े उसके घर से बरादम किया गया। अग्रिम कार्यवाही थाना कुम्हारी से की जा रही है।
उक्त कार्यवाही में थाना कुम्हारी से उप निरीक्षक डीडी वर्मा, आरक्षक राजकुमार सिंह, विजय धुरंधर, बंटी सिंह, मनीष वर्मा, कविन्द्र साहू, विनेष शर्मा एवं एसीसीयू से सउनि शमित मिश्रा, प्र.आर.सगीर खान, चन्द्रषेखर बंजीर, आरक्षक अरविन्द मिश्रा, रिन्कू सोनी, राकेष चौधरी, राकेष अन्ना, गुनित कुमार, भावेष पटेल, की उल्लेखनीय भूमिका रही।
आरोपी का नाम –
01. मोहित उर्फ आकाष मारकण्डे पिता परदेषी मारकण्डे उम्र 19 साल निवासी ग्राम कपसदा कुम्हारी दुर्ग।