केन्द्र सरकार की विश्वकर्मा योजना को शहर क्षेत्र के घर – घर तक पहुँचाने के निर्देश

 केन्द्र सरकार की विश्वकर्मा योजना को शहर क्षेत्र के घर – घर तक पहुँचाने के निर्देश

चॉइस सेंटर में शिल्पकारों और कारीगरों को सहायता के लिए संचालित केंद्रीय योजना में आवेदन करने हेतू ऑनलाइन पंजीयन

दुर्ग/ 26 दिसम्बर/नगर पालिक निगम!आज मंगलवार को आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने समीक्षा बैठक लेकर राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की टीम को विश्वकर्मा योजना के तहत स्व सहायता समूह के माध्यम से अधिक से अधिक जागरूकता बढ़ाने विभिन्न वार्डो में विशेष जागरूकता लाने की बात कही।उन्होंने समीक्षा के दौरान कहा कि विश्वकर्मा योजना के तहत आवेदन कम देखा जा रहा है। इस बेहतर योजना को अधिक से अधिक लोगो तक पहुँचने के लिए निर्देश दिये।आयुक्त ने बताया कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत शहर के किसी भी चॉइस सेंटर के माध्यम से पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को सहायता के लिए संचालित केंद्रीय योजना में आवेदन करने हेतु ऑनलाइन पंजीयन किए जा रहे हैं इस योजना के तहत कारपेंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले , लोहार, ताला बनाने वाले, हथोड़ा बनाने वाले, सुनार, कुम्हार , मूर्तिकार, मोची, राजमिस्त्री, डलिया, चटाई ,झाड़ू बनाने का काम करने वाले, पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी , दर्जी और मछली का जाल बनाने वाले महिला/ पुरुष अपना आवेदन निकटतम चॉइस सेंटर के माध्यम से कर सकते हैं। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत आवेदन करने वाले लोगों को पहले काम के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा ₹15000 तक का सामान एवं अपने काम को बढ़ाने के लिए ₹100000 तक का लोन भी दिलाया जाएगा।