राहुल को भूपेश पसंद हैं क्योंकि वे कांग्रेस को गुजारा भत्ता दे रहे हैं – जितेंद्र वर्मा
दुर्ग /भाजपा जिला अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कहा कि जनता के पैसों की बर्बादी करके कांग्रेस नेता राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ बुलाने का कांग्रेस को कोई फायदा नहीं मिलने वाला। राहुल गांधी ने कहा है कि नफरत से देश आगे नहीं बढ़ सकता। अर्थव्यवस्था आगे नहीं बढ़ सकती। यही बात तो भाजपा उन्हें बहुत समय से समझा रही है लेकिन उनके दिमाग में यह बात घुसती ही नहीं है। वे देश भर में घूम घूम कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध नफरत फैलाने में लगे हुए हैं। विदेशी धरती पर देश के विरुद्ध दुष्प्रचार करने को अपनी राजनीति का सबसे अहम हिस्सा बनाये हुए हैं। दुनिया भारत का गुणगान कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को सलाम कर रही है। दुनिया के विकसित देशों के नेतृत्व के मुकाबले भारत और भारतीय नेतृत्व का अधिक सम्मान है तब राहुल गांधी मोदी विरोध में भारत विरोध कर रहे हैं। वे सेना के शौर्य पर सवाल खड़े करते हैं। विज्ञानियों का सम्मान करने की बजाय परिवारवाद का गाना गाते हैं। भारत चांद पर पहुंच गया। अब सूर्य की यात्रा पर निकल गया है और राहुल गांधी वहीं के वहीं खड़े देश की प्रगति में बाधक बनने की संकीर्ण मानसिकता का प्रदर्शन कर रहे हैं।भाजपा जिला अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कहा कि राहुल गांधी को देश के सबसे भ्रष्टतम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसलिए पसंद आते हैं, वह उनकी तारीफ इसलिए कर रहे हैं क्योंकि भूपेश बघेल कांग्रेस के एटीएम हैं। उनका जिम्मा छत्तीसगढ़ को लूट लूट कर कांग्रेस का पालन पोषण करना है। भूपेश बघेल अगर कोई काम अच्छी तरह कर रहे हैं तो वह यही काम है कि वह कांग्रेस को गुजारा भत्ता दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ के पैसे लूट लूट कर पूरे देश में कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। जिस आयोजन में राहुल गांधी को बुलाया गया, वह भी छत्तीसगढ़ की जनता का पैसा है और इस मौके पर भी परिवार भक्ति का परिचय भूपेश बघेल ने दिया है। वह कहते हैं कि प्रधानमंत्री आवास में प्रधानमंत्री शब्द का उल्लेख है इसलिए पैसे नहीं देंगे। लेकिन राहुल गांधी को जिस राजीव मितान सम्मेलन में बुलाया गया, करोड़ों रुपए खर्च किए गए, उसका पैसा छत्तीसगढ़ की जनता के हितों की बलि चढ़ा कर फूंका गया है। छत्तीसगढ़ के युवा बेहतर जानते हैं कि कांग्रेस ने कभी युवाओं के भले की कोई योजना नहीं बनाई। कांग्रेस की राजनीति, उसकी सारी नीतियां एक परिवार से शुरू होती हैं और इस परिवार पर जाकर खत्म हो जाती हैं।