संभागायुक्त कावरे ने शुक्रवार 28 जुलाई को सुबह 10 बजे दी डोंगरगढ़ के कार्यालयों में दबिश,कर्मचारियों को आमजनता के प्रति सहानुभूति पूर्वक विचार कर दायित्वों का निर्वहन करने के दिए निर्देश
दुर्ग/राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ के कार्यालयों में उस समय हड़कंप मच गया। जब संभागायुक्त महादवे कावरे शुक्रवार 28 जुलाई को सुबह 10 बजे कार्यालयीन समय पर अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय एवं तहसील कार्यालय डोंगरगढ़ पहुँचे। निरीक्षण के दौरान उन्होने सभी कर्मचारियों के टेबल पर नाम पट्टिका आवश्यक रूप से रखे जाने के निर्देश दिए एवं अनुपस्थित पाए गए 03 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस थमाया गया।अधिकारी कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन करे, आमजनमानस को कार्यों में करें सहयोग-निरीक्षण के दौरान संभागायुक्त कावरे तहसील कार्यालय डोंगरगढ़ में सुबह आयोजित होने वाले दैनिक प्रार्थना में शामिल हुए, प्रार्थना पश्चात उन्होने उपस्थित अधिकारी एवं कर्मचारियों को राजस्व के कार्योंं के सुचारू संपादन करने एवं दायित्वों का निर्वहन करने के संबंध में दिशा-निर्देश दिया।राष्ट्रीय राजमर्ग एवं विभिन्न सड़को से मवेशियो का हटाने के संबंध में अधिकारियों को दिए निर्देश एवं पाॅलिटेक्निक विद्यार्थियों को जागरूकता के संबंध में दिए निर्देश संभागायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वर्षा ऋतु एवं ग्रीष्म ऋतु में आए दिन गाय, बैल एवं आवारा मवेशिया सड़को में एकत्रित होती हैजिससे कि दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है एवं यातायात अवरूद्ध होने की भी समस्या रहती है। इस हेतु ग्राम पंचायत मेंकोटवार के माध्यम से मुनादी कराकर एवं ग्राम सभा के सहयोग से ग्राम में सूचना दी जाए कि संबंधित ग्रामीण अपने मवेशियो को सड़क पर ना छोड़े एवं मवेशिया को अपने घरों में बांध कर रखे। आवारा मवेशियों को शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों कांजी हाउस में रखे जाने के संबंध में भी निर्देशित किया।राजनांदगांव जिले के ग्राम बोरी में स्थित वेटनरी पाॅलीटेक्निक के निरीक्षण के दौरान भी संभागायुक्त एवं कुलपति कावरे नेपाॅलिटेक्निक काॅलेज के विद्यार्थियों को सुझाव दिया कि वे अपने आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले किसानों एवं ग्रामीणों को मवेशियों को सड़क में न छोड़ने के संबंध में निर्देशित करें।संभागायुक्त ने कहा राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु स्थल चिन्हांकन कर शिविर आयोजित करेंन्यायालय अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगढ़ में 209 प्रकरण एवं न्यायालय तहसीलदार में .311 प्रकरण जिनमें 02 वर्ष से अधिक 31 प्रकरण लंबित पाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की साथ ही प्रकरण के निराकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए एवं अनुविभागीय अधिकारी गिरीश रामटेके को निर्देशित किया कि वे अपनेअधीनस्थ न्यायालयों का समय-समय पर निरीक्षण करें।संभागायुक्त कावरे ने उपस्थित समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जिन ग्रामों में प्रकरण ज्यादा लंबित है ऐसे स्थलो का चिन्हांकन कर शिविर आयोजित करें।इसी प्रकार न्यायालय लाल बहादुर नगर में 343 प्रकरण लंबित पाए गए जिनमें 05 वर्ष सं अधिक 47 प्रकरणों के लंबित पाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित पीठासीन अधिकारी भूपेन्द्र नेताम को राजस्व प्रकरणों के नियमित सुनवाई कर यथाशीघ्र निराकरण के निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान संभागायुक्त ने अधिवक्ताओं से न्यायालयीनप्रक्रिया एवं निराकरण के संबंध में चर्चा की, जिस दौरान उपस्थित अधिवक्ता अशोक लिल्हारे, अरविंद सिंह, जवाहर विश्वकर्मा एवं श्याम प्रकाश शर्मा ने संतुष्टता व्यक्त की।रिकार्ड रखे अद्यतन, वसूली की कार्यवाही में लाए तेजी-संभागायुक्त ने तहसील कार्यालय के विभिन्न शाखाओं के निरीक्षण के दौरान कार्यालय में संधारित किए जाने वाले कोटवारी पंजी, सर्किल नोट बुक, अभिलेख निरीक्षण पंजी, बी-7 पंजी अद्यतन नही पाए जाने पर संबंधित कर्मचारी को फटकार लगाते हुए एक सप्ताह के भीतर रिकार्ड अद्यतन किए जाने के निर्देश दिए। कावरे ने अर्थदण्ड वसूली हेतु शेष राशि की वसूली की कार्यवाही में तेजी लाने के निर्देश दिए एवं 3000 से अधिक निराकृत प्रकरणों को अभिलेख कोष्ठ में जमा करने के निर्देश दिए गए।