विधायक अरुण वोरा के साथ स्कूली बच्चों ने लगाए पौधे,बच्चो को किया पौधा वितरण किया,विधायक ने की बच्चो के साथ पाठशाला

 विधायक अरुण वोरा के साथ स्कूली बच्चों ने लगाए पौधे,बच्चो को किया पौधा वितरण किया,विधायक ने की बच्चो के साथ पाठशाला

दाई दीदी क्लिनिक से स्कूल कालेजों के छात्राओं को मिल रहा है विशेष सुविधाएं,आदर्श कन्या विद्यालय के 212 विद्यार्थीयों का स्वास्थ्य परीक्षण व निशुल्क दवाइयां वितरण

दुर्ग/ नगर निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत पर्यावरण की दूषित होने के लिए स्कूली बच्चों के बीच आज विधायक अरुण वोरा ने शासकीय आदर्श कन्या विद्यालय के बच्चों के साथ पैधारोपण कार्यक्रम में भाग लिया।बच्चो को पौधारोपण के महत्व से अवगत कराया।बच्चो के साथ विधायक ने स्कूल परिसर में छायादार व फलदार पौधे नीम,आम, अमरूद, कदंब और गुलमोहर के पौधे लगाए। पौध-रोपण में वार्ड पार्षद नजहत परवीन,एल्डरमेन राजेश शर्मा,अनिल सिंह शामिल हुए।स्कूल की प्राचार्या व शिक्षिकाओ ने भी पौधे लगाए,स्कूल परिसर में लगे मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना दाई-दीदी क्लिनिक स्पेशल कैम्प शासकीय आदर्श कन्या विद्यालय का निरीक्षण कर जानकारी ली। आर्दश कन्या विधालय में लगें दाई दादी क्लिनिक शिविर में आज 212 विद्यार्थीयों का स्वास्थ्य परीक्षण के साथ निशुल्क दवाइयां दी गयी।नेत्र सम्बन्धित समस्या के साथ- साथ जनरल चेकउप भी विद्यार्थियों का किया गया, और 20 बालिकाओं का हेबोग्लोबिन( Hb) जांच किया गया। इसके अलावा केवल 3 विद्यार्थियों को आंखों में समस्या थी जिन्हें निशुल्क उपचार उपलब्ध कराया गया। इस दौरान विधायक अरुण वोरा ने कहा की महिलाओं को निशुल्क इलाज की सुविधा मिलेगी,उन्हें अस्पतालो में जाने की जरूरत नही पड़ेगी।विधायक ने दाई-दीदी क्लिनिक शिविर का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने की अपील की है। विधायक अरुण वोरा ने आदर्श कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं से परिचर्चा का अवसर मिला। मैंने छात्राओं से एक तय लक्ष्य बना कर पूरी निष्ठा और समर्पण भाव से उसे पाने की कोशिश में जुट जाने की अपील की।ठीक उसी तरह जैसे छत्तीसगढ़ सरकार, लक्ष्य दर लक्ष्य बनाकर गरीबी, विषमता, कुपोषण को दूर कर एक स्वस्थ समाज का निर्माण कर रही है; बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, अधोसंरचना जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचा पा रही है।ग्रामीण अर्थव्यवस्था को संबल मिलने से हम निरंतर विकास के नये सोपान चढ़ रहे हैं। इस दौरान मैंने उन्हें “मूल से जुड़े रहने की बात कही, क्योंकि पौधा वृक्ष तभी बनता है, जब वह अपने जड़ से जुड़ा हो, जो पौधा अपने जड़ को छोड़ देता है, वह ठूंठ बन कर रह जाता है। उन्होंने बच्चों से कहा खूब तरक्की करो बच्चों, छत्तीसगढ़ महतारी का नाम रोशन करो।