परिजन को दिए 25 हजार रुपए, बेटी की पढ़ाई का उठाएंगे खर्च, हादसे में दो लोगों की मौत के बाद गुरुदेव बिरेन्द्र ने की पीड़ितों की मदद

 परिजन को दिए 25 हजार रुपए, बेटी की पढ़ाई का उठाएंगे खर्च, हादसे में दो लोगों की मौत के बाद गुरुदेव बिरेन्द्र ने की पीड़ितों की मदद

दुर्ग/ यादव परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। डेढ़ दशक पहले पति की ट्रेन हादसे में मौत हो गई थी। अब 15 दिन पहले 27 वर्षीय बेटे संदीप यादव की सड़क हादसे में मौत हो गई। वह कुम्हारी से शादी समारोह से लौट रहा था। घर में अब सिर्फ मां लता यादव और बेटी विनिता यादव बची हैं। विनिता कक्षा 12वीं में पढ़ रही है। बेटे की मौत के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है। घटना की जानकारी मिलते ही बालोद जिले के नाड़ी वैद्य और 64 योगिनी मोक्ष सेवा संस्थान लिमोरा के संस्थापक गुरुदेव बिरेन्द्र देशमुख पीड़ित परिवार से मिलने निकुम पहुंचे। उन्होंने परिवार को 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी। साथ ही बेटी विनिता की कॉलेज शिक्षा की जिम्मेदारी ली।
गुरुदेव बिरेन्द्र देशमुख ने कहा कि मानव सेवा ही सच्ची माधव सेवा है। निस्वार्थ सेवा ही परमात्मा की सेवा के समान है। परोपकार की आंच में ही मानवता रूपी सोना निखरता है। समाज की उन्नति परोपकार पर ही टिकी है। हर व्यक्ति को बिना स्वार्थ सेवा करनीचाहिए। गुरुदेव बिरेन्द्र देशमुख कई वर्षों से जनसेवा कर रहे हैं। वे शिक्षा, निर्धन कन्याओं के विवाह और मेधावी बच्चों की मदद करते हैं। इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य माधव प्रसाद देशमुख, रोशन देशमुख, श्याम बेलंचदन मौजूद रहे।