भारतीय रेल में विद्युत लोको के 100 वर्ष पूरे, रेल कर्मियों ने किया विभिन्न आयोजन

भिलाई/ भारतीय रेल में पहला विद्युत लोको 3 फरवरी 1925 को देश में बॉम्बे वीटी से कुर्ला हार्बर के बीच चली थी। इसके बाद लगातार विकसित लोको से देश में परिचालन होता रहा है।आज तक डब्लूएपी 1.2.3.4.5 , डब्लू ए एम 4, डब्लू ए जी 9, डब्लू ए जी 7.. डब्लू ए पी 5., 7 व डब्लूएजी 12 तथा वंदेभारत जैसे लोको और ट्रेन रेल परिचालन की सेवा निरंतर क्रियाशील हैं।
देश में विद्युत ट्रेक्शन के 100 वर्ष पूरे होने से रेलवे में गौरवपूर्ण समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता परिचालन रायपुर अनुराग तिवारी एवम सहायक मंडल विद्युत अभियंता बीएमवाय राजीव सोनी के निर्देशन में दुर्ग लॉबी में सुंदर रंगोली बना कर कार्यक्रम हर्ष व्यक्त किया गया।
रंगोली में देश के परिचालन में सेवा में रहे स्टीम लोको, डीजल लोको और आज की नवीनतम वंदेभारत लोको को जीवंत उदाहरण बनाए गये। दुर्ग लॉबी में प्रियंका, नेहा और अनीश बानो ने रंगोली तैयार की।