बिसाखा का सपना हुआ पूरा, बन गया पक्का मकान
दुर्ग/ दुर्ग जिले के जरवाय निवासी बिसाखा बाई का पक्के मकान का सपना प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मोर जमीन, मोर मकान अंतर्गत पूरा हो गया है। पहले इनका मकान कच्चा था, कच्चे मकान में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, वहीं बारिश के दिनों में पानी भी टपकते रहता था। बिसाखा के पति जितेन्द्र निषाद टेलरिंग का कार्य करते हैं और बिसाखा बाई पति के कार्य में हाथ बताती है। पारिवारिक आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण पक्के मकान बनाना इनके लिए एक सपना था। ऐसे में इन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत मोर जमीन, मोर मकान के बारे में जानकारी मिली। बिसाखा बाई ने निगम कार्यालय चरोदा में मकान बनाने हेतु अपना आवेदन प्रस्तुत किया। आवेदन की स्वीकृति उपरान्त उन्हें चार किश्तों में राशि स्वीकृत की गई। जिसमें डेढ़ लाख रूपए केन्द्रीय अनुदान और 74 हजार रूपए राज्य अनुदान दी गई। जिसमें बिसाखा बाई ने स्वयं की राशि लगाकर अपने कच्चे मकान को तोड़कर पक्के मकान बनाने में कामयाबी हासिल की। आज इनका परिवार स्वयं द्वारा निर्मित सर्वसुविधायुक्त पक्के आवास में आनंदपूर्वक जीवन व्यतीत कर रहे हैं। बिसाखा बाई का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना की हम जैसे गरीबों को पक्के छत उपलब्ध कराया हैं। जो कभी हमने सपने में नहीं सोचे थे। उन्होंने अब इस उपलब्धि के लिए शासन-प्रशासन के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया हैं।