कुम्हारी/ शुक्रवार को कुम्हारी के वार्ड क्रमांक 06 स्थित सांस्कृतिक भवन में दुर्ग पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ़ “संकल्प एक युद्ध नशे के विरुद्ध” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में नगर के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। बच्चों को संबोधित करते हुए दुर्ग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर ने कहा कि आज नशे की लत से लोगों के घर बर्बाद हो रहे है, उन्होंने बच्चों से कहा की आप सब को सार्थक सोच रखनी होगी और अपनी इच्छा शक्ति को मजबूत रखना होगा इससे भविष्य के परिणाम भी सार्थक आयेंगे। उन्होंने बच्चों को कहानी सुनाते हुए कहा की हमे अपने अंदर की नकारात्मकता को हटाकर सकारात्मक सोच लाना चाहिए फिर आप कभी भी गलत रास्ते में नही जायेंगे। उन्होंने बताया की दुर्ग पुलिस ने यह संकल्प लिया है कि दुर्ग जिले को हमें नशा मुक्त करना है हमने नशे के विरुद्ध जो युद्ध छेड़ा है इस मुहिम में आप सब की सहभागिता आवश्यक है। हम इस मुहिम के तहत प्रत्येक थाने में प्रतिदिवस ये कार्यक्रम कर रहे है जो विगत 15 अगस्त से 26 जनवरी तक अनवरत चलता रहेगा इसके अलावा समाज के अन्य लोगों के सहयोग से स्कूलों में बच्चों को नशे के विरुद्ध जागरूक किया जा रहा है आप सभी अपने परिवार एवं आस पड़ोस के लोगों को नशे से होने वाले दुष्परिणाम के बारे में अवश्य बताएं। हम सब जानते है कि नशा हमेशा जीवन का नाश करता है इसलिए हम सब को एकजुट होकर इसके विरुद्ध लड़ना है हमारा नारा है नशा मुक्त समाज खुशहाल समाज। अपनी बात रखते हुए सीएसपी (छावनी) हरीश पाटिल ने कहा कि पूरे जिले में नशे के खिलाफ अभियान जोरो से चल रहा है। हमारा जो संकल्प अभियान चल रहा है उसके तीन मध्यम है पहला नशा परिवार और समाज को किस तरफ प्रभावित करती है दूसरा नशे के खिलाफ कार्यवाही जो की दुर्ग पुलिस लगातार कर रही है इसका तीसरा और अन्तिम पहलू है पुनर्वास, इसमें हम समाज के विभिन्न लोगों के बीच जाकर उन्हें ये बता रहे है कि नशा मुक्ति असंभव नहीं है बस आत्मविश्वास की आवश्कता है। चाइल्ड हेल्प लाइन की श्रीमति भारती बिसेन ने कहा कि अगर आपको अपने आस पास कोई भी इस तरह का बच्चा दिखाई दे तो चाइल्ड हेल्प लाइन से तत्काल संपर्क करे। कल्याणी नशा मुक्ति संस्था के अजय कल्याणी ने कहा कि नशा कई तरह के होते है इसमें मोबाइल का नशा भी शामिल है जिससे आज बच्चा–बच्चा ग्रसित है हम आए दिन इन समस्याओं से दो–चार होते रहते है हमारी संस्था में जब बच्चा आता है तो नशे की लत की वजह से वह हमे अपना दुश्मन समझता है लेकिन कुछ दिनों के इलाज के बाद वही बच्चा जब इस बीमारी से बाहर आता है तो एक बेहतर जीवन जीता है आज पालको की भी जिम्मेदारी है कि अगर उनका बच्चा नशे का आदि हो गया है तो बिना किसी झिझक के हमारे नशा मुक्ति केंद्र में आए और हमारा साथ दे ताकि बच्चा नशे का त्याग कर समाज के मुख्य धारा में शामिल हो सके। आज समाज में प्रत्येक लोगों का यह दायित्व है कि अपने बच्चो को नशे के विरुद्ध जागरूक करे एवं इससे होने वाले दुष्परिणामों के बारे में बताएं, ताकि बच्चा इससे दूर रहे। कार्यक्रम के अंत मे उपस्थित सभी को नशे से दूर रहने को शपथ दिलाई गई। उक्त आयोजन में डॉ. पुष्पेंद्र नागवंशी, राम बिहारी मिश्रा, पीएन दुबे, रामकुमार सोनी एवं मिथलेश यादव ने भी अपनी बात रखी। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक के आर साहू ने किया एवं शाला विकास समिति (सेजेस) के अध्यक्ष रामाधार शर्मा ने आभार व्यक्त किया।