किसी शब्द की उत्पत्ति उसकी संस्कृति और जीवन के आधार पर होती है- वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम में हुए शामिल
दुर्ग/ वित्त, वाणिज्यिक कर, आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओ.पी. चौधरी आज दुर्ग स्थित साईंस कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस 14 अगस्त कार्यक्रम में शामिल हुएविभाजन विभीषिका कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि 15 अगस्त 1947 को मिली आजादी से एक दिन पहले हुए भारत के विभाजन और पूर्वजों के बलिदान की याद में 14 अगस्त को ’विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने भारतीय संस्कृति को विश्व की प्राचीन संस्कृतियों से एक बताते हुए यहां की विशिष्टता से अवगत कराया। साथ ही उन्होंने भारतीय संस्कृति से जुड़े अनेक उदाहरण दिए।वित्त मंत्री चौधरी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में वसुधैव कुटुम्बकम एवं सर्व भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया कही जाती है। सर्व भवन्तु सुखिनः के भाव में अलग-अलग जाति, धर्म, देश के लोग ही समाहित नही है बल्कि इसमें मनुष्य के साथ-साथ पशु, पेड़-पौधे, चेतन के अलावा जड़ भी समाहित है। निर्जीव, पर्वत, नदी, पत्थर सभीसमाहित है। इतनी बड़ी परिकल्पना केवल भारतीय संस्कृति में की जा सकती है। भारत की एकता और अखण्डता को एक राष्ट्र के रूप में निर्मित बनाए रखने के लिए जरूरी है कि राष्ट्र विरोधी ताकतो को कम किया जाए। किसी शब्द की उत्पत्ति उसकी संस्कृति और जीवन के आधार पर होती है। जब देश रहेगा तो हमारा भविष्य रहेगा जब देश नही रहेगा तो हम सभी का भविष्य नही रहेगा। देश प्रगति करेगा तो उसका लाभ हम सबको मिलता है। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए आगे आए। जब आप अपने आप को मजबूत बनाएंगे तभी आप राष्ट्र को बचा सकते हैं। इस दौरान उन्होंने साईंस कॉलेज में ऑडिटोरियम बनवाने का आश्वासन दिया।इस अवसर पर दुर्ग शहर विधायक गजेन्द्र यादव, दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, अहिवारा विधायक डोमनलाल कोरसेवाड़ा, साजा विधायक ईश्वर साहू, पूर्व मंत्री रमशीला साहू, पूर्व विधायक लाभचंद बाफना, जिला प्रतिनिधि जितेन्द्र वर्मा, सुरेन्द्र कौशिक, साईंस कॉलेज के प्राचार्य सिद्दकी, कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य अग्रवाल सहित कॉलेज के विद्यार्थी शामिल हुए