मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक बुद्धिमत्ता पर सेमिनार

 मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक बुद्धिमत्ता पर सेमिनार

दुर्ग/ जिले में मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक बुद्धिमत्ता की समझ विषय पर एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार के मुख्य वक्ता प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक और परामर्शदाता नितिन श्रीवास्तव रहे। कार्यक्रम का उद्घाटन भाषण डीडीएसयू के यामिनी जी और आयाज जी ने दिया। सेमिनार में जिले के 179 शिक्षकों (स्वास्थ्य नोडल अधिकारी) और जिले के अधिकारी कर्मचारी गण मौजूद रहे। डॉक्टर नितिन श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन भाषण में मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक बुद्धिमत्ता का महत्व बतायाउन्होंने भावनाओं और गतिविधियों के बीच के संबंध पर प्रकाश डालते हुए डिप्रेशन और उदासी के बीच के अंतर को समझने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने भय पर विजय प्राप्त करने, अवसाद को परिभाषित करने और उदासी के बारे में विस्तार से चर्चा की। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक बुद्धिमत्ता के बारे में समझ को बढ़ाना और जागरूक करना था जिससे बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और बेहतर समझ विकसित हो सके जानकारी मिल सके। इस अवसर पर शिक्षा विभाग दुर्ग की तरफ से गौरा शुक्ला और विवेक शर्मा और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दिव्या श्रीवास्तव, अर्चना चौहान, सीबीएस बंजारे, तुषार और संजय जी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम के अंत में विवेक शर्मा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन दुर्ग, डीडीएसयू और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयासों से किया गया था।