आयुक्त ने ली राजस्व विभाग की बैठक,शतप्रतिशत वसूली का रखा लक्ष्य

 आयुक्त ने ली राजस्व विभाग की बैठक,शतप्रतिशत वसूली का रखा लक्ष्य

दुर्ग / नगर निगम आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने राजस्व विभाग के अधिकारियो एवं कर्मचारियों की समीक्षा बैठक लेकर वार्डवार वसूली की जानकारी ली और गत सप्ताह बैठक में दिये गये निर्देश की जानकारी लेेकर वित्तीय वर्ष पर शतप्रतिशत वसूली के निर्देश दिये।आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने बैठक में समस्त सहायक राजस्व निरीक्षकों व राजस्व उप निरीक्षकों से उनके प्रभारित वार्डो की वार्डवार वसूली की जानकारी ली तथा गत सप्ताह के बैठक में दिये गये निर्देश की जानकारी लेकर राजस्व वसूली शत प्रतिशत वसूली के निर्देश दिये। प्रत्येक वार्ड प्रभारी घर घर जाकर वसूली करे, अवकाश के दिनों में आधा दिन भी घर घर वसूली करने के साथ साथ निगम के राजस्व कार्यालय में भी वसूली करना सुनिश्चित करे। इसके अलावा नामांतरण के प्रकरणों का त्वरित निराकरण करे और भवन पूर्णता के आधार पर संपत्तिकर अधिरोपित करें। जिससे करों में वृद्धि हो सके। उन्होंने कहा कि जल विभाग से समांजस्य कर नये घरों से जलकर की वसूली करे।बैठक में सहायक राजस्व अधिकारी शुभम गोइर ने कहा कि बकाया राशि की वसूली करना हमारी प्राथमिकता रहेगी।आयुक्त ने कहा इसी प्रकार भवन शाखा से नये मकानों की जानकारी लेकर सम्पत्तिकर, जलकर व समेकितकर की वसूली करे। जिससे शतप्रतिशत वसूली हो सके।आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने कहा कि सहायक राजस्व निरीक्षक एवं वार्ड प्रभारी जो करदाता जलकर सहित अन्य कर जमा नहीं कर रहे है ऐसी स्थिति में संबंधित का नल विच्छेदन की कार्यवाही करे। जिन बडे बकायादारों को अंतिम नोटिस जारी किया गया है और उन्होंने करों का भुगतान नहीं किया है उनकी कुर्की की कार्यवाही करे।उन्होंने कहा कि लंबे समय से बकाया दुकानदारों की दुकाने को नोटिस जारी कर कार्यवाही करे। आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने सहायक राजस्व अधिकारी शुभम गोइर से कहा कि बड़े बकायादारों से कडाई से वसूलना सुनिश्चित करे तथा प्रतिदिन की वसूली की जानकारी लेवे, कम वसूली पर संबंधित वार्ड प्रभारी के विरूद्ध कार्यवाही करे एवम की गयी कार्यवाही से अवगत कराये। बैठक में राजस्व उप निरीक्षक निशांत यादव, सहायक राजस्व निरीक्षक संजय मिश्रा,गौकरण सोनी, उमेश यादव,कमल स्वर्णकार राम खिलावन शर्मा,राजू चन्द्राकरहेमलता वर्मा,विनीत वर्मा,नील सिंह परिहार,पवन नायक आदि मौजूद रहें।