नगरीय निकाय एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के पंप तकनिशियन व अधिकारियों का ऊर्जा संरक्षण विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न
दुर्ग/ भारत सरकार के ऊर्जा दक्षता ब्यूरो द्वारा नगरीय निकाय एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के तकनिशियन व अधिकारियों को ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ऊर्जा दक्ष पंपों के उपयोग हेतु संभाग स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन आज जिला पंचायत सभाकक्ष दुर्ग में किया गया। कार्यशाला में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अश्वनी देवांगन तथा विनायक नातू और राकेश साहू विशेष रूप से उपस्थित रहें। प्रशिक्षण कार्यक्रम में क्रेडा जोनल कार्यालय के अधीक्षण अभियंता श्री भानु प्रताप के द्वारा संभाग स्तरीय नगरीय निकाय एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के तकनिशियन व अधिकारियों को ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ऊर्जा दक्ष पंपों के उपयोग हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व को बताया गया। बडे़ नगरीय निकायों में पेयजल प्रदाय पंप व जल वितरण प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इसे वर्तमान में उपयोग होने वाले स्टार रेटेड पंपों का उपयोग कर विद्युत की खपत को कम किया जा सकता है। जो ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में प्रभावी महत्व को बताया गया। पंपों की क्षमता एवं जल वितरण प्रणालियों को नवीन टेक्नोलाजी का उपयोग कर पंप हाउस की दक्षता को बढ़ाया जा सकता है। पंपों एवं पाईप लाईन के रखरखाव में भी लागत को कम किया जा सकता है। विनायक नातू द्वारा छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में किये जा रहे विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम प्रचार प्रसार व योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा ऊर्जा संरक्षण को बढावा देने के लिये नगरीय निकायों में सौर संयंत्र स्थापित किये जा रहे है और पेयजल हेतु पंपों में ऊर्जा दक्ष पंप एवं स्टार रेटिंग पंप का प्रयोग को बढ़ावा देने की आवश्यकता बताए हैं। इस वर्ष दुर्ग शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने हेतु घरों में सौर संयंत्र स्थापित किये जाऐंगें जिससे कि आमजनों को बिजली के बिल में राहत मिलेगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अश्वनी देवागंन के द्वारा प्रशिक्षार्थियों को इस प्रकार की कार्यशाला के आयोजन में होने वाले लाभ के बारे में बताया गया इस प्रकार के प्रशिक्षण में विभिन्न पंप निर्माता कंपनियों के प्रतिनिधियों के द्वारा ऊर्जा दक्ष पंप की स्थापना व रखरखाव की जानकारी दी जाती है, जो कि प्रशिक्षार्थियों के कार्यक्षेत्र के लिये उपयोगी सिद्ध होता हैं तथा प्रशिक्षार्थियों को कम समय में अधिक तकनीकी जानकारी प्राप्त होती है, जिसका उपयोग अपने कार्य को अधिक दक्षता से करने में सक्षम हो सके एवं सभी प्रशिक्षार्थियों को शुभकामनाएं दी गई।प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित ग्रुण्डफॉस पंप इंडिया प्रा.लि. के एस रमेश सिनियर मेनेजर चेन्नई व देबातोश मिश्रा सिनियर मेनेजर भुनेश्वर के द्वारा जल प्रदाय पंपों में नवीन टेक्नोलॉजी ऊर्जा दक्ष पंपों के साथ आईइ-5 पंप (वर्टिकल इनलाईन) नगरीय निकायों में प्रयोग होने वाले सबमर्सिबल पंप एवं वेस्टेज वॉटर पंप के संचालन संधारण के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इन पंपों के सुरक्षा के लिये भी बहुत महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। प्रशिक्षार्थियों को प्रदेश के विभिन्न नगरीय निकायों में उपयोग होने वाले पंपों के केस स्टडी के बारे में भी बताया गया।
इस प्रशिक्षण में नगरीय निकाय दुर्ग, भिलाई, चरोदा, रिसाली, कुम्हारी, सुपेला एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग विकासखण्ड दुर्ग, पाटन, धमधा के पंप तकनीशियन के साथ साथ क्रेडा विभाग के भी पंप तकनीशियन एवं अधिकारी सम्मिलित हुए।
प्रशिक्षण के द्वितीय चरण में फिल्ड विजिट में नगर निगम भिलाई के 66 एम.एल.डी. प्लांट (जल शुद्धिकरण संयंत्र) में प्रशिक्षार्थियों को उपयोग होने वाले पंपों व जल शुद्धिकरण संयंत्र की विभिन्न प्रक्रियाओं एवं पंपों का जीवांत प्रदर्शन के बारे में नगर निगम भिलाई के अधीक्षण अभियंता संजय शर्मा एवं सहायक अभियंता ब्रिजेश श्रीवास्तव, उप अभियंता अर्पित बंजारे के द्वारा जानकारी प्रदान की गई।
प्रशिक्षण के सफल आयोजन में क्रेडा जिला कार्यालय के जिला प्रभारी संकेत द्विवेदी, कबीरधाम जिले से जिला प्रभारी धर्मेन्द्र लहरे, जिला प्रभारी राजनांदगांव पूर्णिमा गुप्ता, के अलावा जोनल कार्यालय के ऊर्जा संरक्षण प्रभारी नितेश बंछोर, हरीष श्रीवास्तव, तारिका दामले, वर्षा बघेल, हेमराज बंजारे, यामिनी देवांगन, दिनेश चंद्रा, सुचिता सोनी व अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहें।