प्रेम क्या है? ओशो– जीना और जानना तो आसान है, लेकिन कहना बहुत कठिन है। जैसे कोई मछली से पूछे कि सागर क्या है? तो मछली कह सकती है, यह है सागर, यह रहा चारों तरफ, वही है। लेकिन कोई पूछे कि कहो क्या है, बताओ मत, तो बहुत कठिन हो जाएगा मछली को। आदमी […]Read More
दुर्ग/ धार्मिक नगरी अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है। दुर्ग ज़िले में भी समारोह को लेकर उत्साह में कोई कमी नहीं है।दुर्ग ज़िले में भव्य एवं वृहद रूप से भक्तिमय सांस्कृतिक कार्यक्रम और कला जत्था के माध्यम से जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर किया जा रहा है।जिला […]Read More
ओशो– हम जो भी कर रहे हैं, उसमें हम अपने को नष्ट कर रहे हैं। लोग, अगर मैं उनसे कहता हूं कि ध्यान करो, प्रार्थना करो, पूजा में उतरो, तो वे कहते हैं, समय कहां! और वे ही लोग ताश खेल रहे हैं। उनसे मैं पूछता हूं क्या कर रहे हो? वे कहते हैं, समय […]Read More
ओशो– जैसे सात शरीर हैं, ऐसे ही सात चक्र भी हैं। और प्रत्येक एक चक्र मनुष्य के एक शरीर से विशेष रूप से जुड़ा हुआ है। जैसे सात शरीर में जो हमने कहे— भौतिक शरीर, फिजिकल बॉडी, इस शरीर का जो चक्र है, वह मूलाधार है; वह पहला चक्र है। इस मूलाधार चक्र का भौतिक […]Read More
दुर्ग/ 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु रामलला की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों से प्राण प्रतिष्ठा उपरांत 25 जनवरी से 25 मार्च 2024 के बीच स्पेशल ट्रेन के माध्यम से राम भक्तों का जत्था राम मंदिर दर्शन के लिए जाएगा। जिला भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने बताया कि रामलला के दर्शन के इच्छुक भक्तगण […]Read More
भिलाई-3/ श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में महाबली श्री राम सेवा समिति सिरसा गेट चौक भिलाई-३ के द्वारा 22 जनवरी को भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में शाम 5:00 बजे अयोध्या में कारसेवा करने वाले कारसेवकों का सम्मान किया जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सरसंचालक छत्तीसगढ़ प्रांत […]Read More
ओशो– प्रेम की दिशा के परिवर्तन का नाम भक्ति है। और प्रेम से हम इस जगत में प्रवेश करते हैं। प्रेम से ही हम इस जगत के बाहर जा सकते हैं। लेकिन प्रेम के कुछ लक्षण समझ लेने जरूरी हैं। प्रेम का पहला लक्षण तो है उसका अंधापन। और जो भी प्रेम में नहीं होता, […]Read More
ओशो– मैं तुमसे यह कहना चहता हूं.एक महीने भर तक इस बात की खोज करो कि तुम कितने—कितने समय पर झूठ होते हो। रास्ते पर कोई मिलता, तुम कहते, ‘नमस्कार, बड़े दिनों में दर्शन हुए, बड़ी आंखें तरस गईं। ‘ और भीतर तुम कह रहे हो, ‘ये दुष्ट सुबह से कहां मिल गया, यह सारा […]Read More
स्वस्थ राजनीति के प्रतीकपुरुष कृष्ण ओशो– भगवान श्रीकृष्ण आध्यात्मिक पुरुष थे। साथ-ही-साथ उन्होंने राजनीति में भी भाग लिया। और राजनीतिज्ञ के रूप में जो उन्होंने महाभारत के युद्ध में किया वह यह: भीष्म के आगे शिखंडी को खड़ा करके उन्हें धोखे से मरवाया। द्रोण को, “अश्वत्थामा मारा गया’, ऐसा झूठ बुलवाकर मरवाया। कर्ण को, जब […]Read More
स्वच्छता का पालन समाज के प्रति सच्चा समर्पण है रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पुनीत अवसर पर मंदिरों और पूजा स्थलों को स्वच्छ करके बनाएं भक्ति का पवित्र वातावरण – गजेंद्र यादव रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले भाजपा द्वारा मंदिरों, तीर्थस्थलों एवं पूजास्थलों का स्वच्छता अभियान प्रारंभ दुर्ग/ अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से […]Read More