सम्भोग से समाधि की ओर (जीवन ऊर्जा रूपांतरण का विज्ञान) ओशो- एक गांव में एक आदमी ने मछलियों की एक दुकान खोली थी। बड़ी दुकान थी, उस गांव में पहली दुकान थी। तो उसने एक बहुत खूबसूरत तख्ती बनवाई और उस पर लिखाया–फ्रेश फिश सोल्ड हियर–यहां ताजी मछलियां बेची जाती हैं। पहले ही दिन दुकान […]Read More
सम्भोग से समाधि की ओर (जीवन ऊर्जा रूपांतरण का विज्ञान) ओशो- पहला सूत्र आपसे कहना चाहता हूं: अगर चाहते हैं कि पता चले कि प्रेम-तत्व क्या है, तो पहला सूत्र है–काम की पवित्रता, दिव्यता, उसकी ईश्वरीय अनुभूति की स्वीकृति, उसको परम हृदय से, पूर्ण हृदय से अंगीकार। और आप हैरान हो जाएंगे, जितने परिपूर्ण हृदय […]Read More
सम्भोग से समाधि की ओर (जीवन ऊर्जा रूपांतरण का विज्ञान) ओशो- सारी दुनिया का दांपत्य जीवन नष्ट किया है इस शिक्षा ने। और जब दंपति का जीवन नष्ट हो जाए तो प्रेम की कोई संभावना नहीं रही। क्योंकि जब पति और पत्नी प्रेम न कर सकें एक-दूसरे को, जो कि अत्यंत सहज और नैसर्गिक प्रेम […]Read More
संभोग से समाधि की ओर (जीवन ऊर्जा रूपांतरण का विज्ञान) ओशो- मुझे एक घटना याद आती है। एक फकीर अपने घर से निकला था, किसी मित्र के पास मिलने जा रहा था। निकला है कि घोड़े पर उसका चढ़ा हुआ एक बचपन का दोस्त घर आकर सामने खड़ा हो गया है। उसने कहा कि दोस्त, […]Read More
सम्भोग से समाधि की ओर (जीवन ऊर्जा रूपांतरण का विज्ञान) ओशो- एक बात समझ लेनी जरूरी है इस संबंध में। मनुष्य कभी भी काम से मुक्त नहीं हो सकेगा। काम उसके जीवन का प्राथमिक बिंदु है, उसी से जन्म होता है। परमात्मा ने काम की शक्ति को ही, सेक्स को ही सृष्टि का मूल बिंदु […]Read More
सम्भोग से समाधि की ओर (जीवन ऊर्जा रूपांतरण का विज्ञान) ओशो– गंगा बहती है हिमालय से। बहेगी गंगा, उसके प्राण हैं, उसके पास जल है। वह बहेगी और सागर को खोज ही लेगी। न किसी पुलिसवाले से पूछेगी, न किसी पुरोहित से पूछेगी कि सागर कहां है? देखा किसी गंगा को चौरस्ते पर खड़े होकर […]Read More
ओशो- मनुष्य से भी ज्यादा प्रेम पशु और पक्षियों में और पौधों में दिखाई पड़ता है; जिनके पास न कोई संस्कृति है, न कोई धर्म है। संस्कृत और सुसंस्कृत और सभ्य मनुष्यों की बजाय असभ्य और जंगल के आदमी में ज्यादा प्रेम दिखाई पड़ता है; जिसके पास न कोई विकसित धर्म है, न कोई सभ्यता […]Read More
दुर्ग/ अयोध्या में आयोजित श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा रमोत्सव के अवसर पर कसारीडीह स्थित राम जानकी मंदिर प्रांगण में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान एलईडी स्क्रीन के माध्यम से अयोध्या में आयोजित श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा रामोत्सव का सीधा प्रसारण किया गया तथा दीप प्रज्जवलन किया गया।श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के […]Read More
दुर्ग/ अयोध्या में श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर पूरा दुर्ग नगर भक्ति के रंग में रंग गया है। इस शुभ अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा कसारीडीह स्थित श्री रामजानकी मंदिर प्रांगण में श्री राम चरित मानस गायन का जिला स्तरीय आयोजन किया गया। विधायक दुर्ग शहर गजेन्द्र यादव, संभागायुक्त एस. एन. राठौर […]Read More
ओशो– मैंने सुना है, एक सम्राट के महल के नीचे से एक पंखा बेचने वाला गुजरता था और जोर से चिल्ला रहा था कि अनूठे और अदभुत पंखे मैंने निर्मित किए हैं। ऐसे पंखे कभी भी नहीं बनाए गए। ये पंखे कभी देखे भी नहीं गए हैं। सम्राट ने खिड़की से झांक कर देखा कि […]Read More