भिलाई/ छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में भिलाई चरोदा नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत उम्दा रोड स्थित ओशो आश्रम में गुरूवार संध्या 7 बजे तीन दिवसीय ध्यान शिविर “मन ही पूजा मन ही धूप” का उद्घाटन जबलपुर से आए शिविर संचालक स्वामी अनादि अनंत के द्वारा किया गया। शिविर में उपस्थित साधकों ने ध्यान और नृत्य उत्सव […]Read More
ओशो– इंद्रियासक्ति शरीर को विकृत व्यवस्था दे जाती है। ऐसा व्यक्ति, जिसकी इंद्रिय की आसक्ति नहीं है, उसको भी भूख लगेगी। लेकिन भूख शुद्ध होगी। और भूख वहीं तक होगी, जहां तक आवश्यकता है। और आवश्यकताएं बहुत कम हैं। वासनाएं अनंत हैं; आवश्यकताएं बड़ी सीमित हैं। स्वाद का कोई अंत नहीं। भोजन तो बहुत थोड़ा […]Read More
दुर्ग/ नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत निगम के राजस्व विभाग द्वारा वसूली कर में आया एक नया मोड़ लिया करीब सात हजार लोगों को कल नोटिस दे रहा है!राजस्व विभाग द्वारा गुरुवार को घूम-घूमकर सभी को नोटिस जारी करेगा। नोटिस को हल्के में लेने वालों की बढ़ेगी परेशानी।डिफाल्टर करदाताओ का नल कनेक्शन काटने नगर […]Read More
ओशो- प्रेम की मौलिक समस्या है पहिले विकसित और परिपक्व बनना, तब तुम एक विकसित साझीदार खोज लोगे और तब अविकसित लोग तुम्हें ज़रा भी आकर्षित नहीं करेंगे। यह ठीक उसी तरह होगा जैसे यदि तुम पच्चीस वर्ष की आयु के हो तो तुम एक दो वर्ष की बेबी के प्रेम नहीं पड़ोगे ठीक इसी […]Read More
ओशो- मन में जैसे ही उठती है वासना, वैसे ही अशुचि प्रवेश कर जाती है। मन में जैसे ही उठती है कामना, वैसे ही मन गंदगी से भर जाता है। मन में जैसे ही उठी इच्छा कि ज्वर, फीवर प्रवेश कर जाता है। उत्तप्त हो जाता है सब। अस्वस्थ हो जाता है सब। कंपनशील हो […]Read More
ओशो- आधुनिक मनोविज्ञान और वैज्ञानिक शोध कहती है कि दोनों भौंहों के मध्य में एक ग्रंथि है जो शरीर का सबसे रहस्यमय अंग है। यह ग्रंथि, जिसे पाइनियल ग्रंथि कहते है। यही तिब्बतियों का तृतीय नेत्र है—शिवनेत्र : शिव का, तंत्र का नेत्र। दोनों आंखों के बीच एक तीसरी आँख का अस्तित्व है, लेकिन साधारणत: […]Read More
ओशो– शिव जैसा ध्यानी नहीं है। ध्यानी हो तो शिव जैसा हो। क्या अर्थ है? ध्यान का अर्थ होता है : न विचार, वासना, न स्मृति, न कल्पना। ध्यान का अर्थ होता हैः भीतर सिर्फ होना मात्र। इसीलिए शिव को मृत्यु का, विध्वंस का, विनाश का देवता कहा है। क्योंकि ध्यान विध्वंस है–विध्वंस है मन […]Read More
ओशो- मैंने सुना है, एक पुरानी कहानी कि जार के जमाने में,रूस में, साइबेरिया में तीन कैदी बंद थे। और तीनों में सदा विवाद हुआ करता था कि कौन बड़ा अपराधी है। और तीनों में सदा विवाद हुआ करता था कि कौन ज्यादा दिन से जेल भोग रहा है। जेल में अक्सर यह होता है। […]Read More
ओशो- जब भी कोई सत्य के लिए प्यासा होता है, अनायास ही वह भारत में उत्सुक हो उठता है। अचानक पूरब की यात्रा पर निकल पड़ता है। और यह केवल आज की ही बात नहीं है। यह उतनी ही प्राचीन बात है, जितने पुराने प्रमाण और उल्लेख मौजूद हैं। आज से 2500 वर्ष पूर्व, सत्य […]Read More
प्रथम ऑल इंडिया पुलिस गेम वेटलिफ्टिंग क्लस्टर चैंपियनशिप 2024-25, उत्तरप्रदेश
द्वितीय स्थान पर राजस्थान पुलिस 7 मेडल के साथ* तीन मेडल के साथ एसएसबी तृतीय स्थान पर दुर्ग/ विगत 25 सितंबर को प्रथम ऑल इंडिया पुलिस गेम वेटलिफ्टिंग क्लस्टर चौंपियनशिप 2024-25 के सभी विजेता खिलाड़ियों को विभिन्न भार वर्ग में मेडल सेरेमनी में विशेष अतिथि श्री दीपक झा, पुलिस महानिरीक्षक, जिला राजनांदगांव, उप पुलिस महानिरीक्षक […]Read More