ओशो– नारद कहते हैं: कांताभक्ति। भक्त को अगर परमात्मा से भक्ति करनी है तो स्त्री से प्रेम सीखना पड़ेगा। फिर एक पर ही प्रतिबद्ध होना पड़ेगा। तुम्हारा प्रेम बंटा हुआ है; थोड़ा इस दिशा में, थोड़ा उस दिशा में; थोड़ी राजनीति भी कर लो, थोड़ा धन कमा लो; थोड़ा धर्म भी कर लो; थोड़ी प्रतिष्ठा […]Read More
तुम्हारा तनाव क्या है? – ओशो– सभी प्रकार के विचारों, भय, मृत्यु, दिवालियापन, डॉलर के नीचे जाने के साथ आपका तादात्म्य! तरह-तरह के डर हैं। ये आपकी टेंशन हैं। ये आपके शरीर को भी प्रभावित करते हैं। आपका शरीर भी तनावग्रस्त हो जाता है, क्योंकि शरीर और मन दो अलग-अलग अस्तित्व नहीं हैं। शरीर-मन एक […]Read More
भिलाई/ दो दिवसीय जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के प्रथम दिवस खेल ग्राम पुरई में विभिन्न खेलों का आयोजन किया गया, जिसमें फुगड़ी 0-18 वर्ष बालिका वर्ग की प्रतियोगिता में नगर निगम भिलाई चरोदा के वार्ड-38 से तारिणी यादव ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। बालिका के उत्साहवर्धन के लिए संकुल समन्वयक खिलेश वर्मा, मुकेश साहू, योगेंद्र […]Read More
ओश– प्रश्न है भी, प्रश्न नहीं भी है। कुछ पूछा भी है, कुछ कहा भी है। राधा मोहम्मद का प्रश्न है।‘न सोचा न समझा न सीखा न जाना मुझे आ गया खुद-ब-खुद दिल लगाना’ इस जगत में जो भी महत्वपूर्ण है वह खुद-ब-खुद आता है। इस जगत में जो व्यर्थ है वही सीखना पड़ता है। […]Read More
प्रश्न– एक और छोटा सा प्रश्न है और बहुत बढ़िया हैः एक उलझन है कि मेरे मन में चोरी करने का भाव हो उठता है, खर्च की कमी रहती है इसलिए मुझसे चोरी हो जाती है। इस बात का कृपया उपाय बतलाएं कि इस चोरी से कैसे मुक्त हुआ जाए? ओशो– बड़ी ईमानदारी की बात […]Read More
प्रश्न: भगवान श्री, कल की चर्चा पर दो छोटे प्रश्न हैं। एक मित्र पूछते हैं कि आपने वर्ण व्यवस्था के बारे में जो कहा, क्या आज वह व्यवस्था आज की स्थिति में उचित है उसे लाना? और दूसरा प्रश्न है कि आश्रमों की चर्चा आपने की और उम्र का भी विभाजन किया। संन्यास चौथी अवस्था […]Read More
•बच्चों को अपने माता पिता का मोबाइल number हमेशा याद रखना चाहिए •सोशल मीडिया का उपयोग सुरक्षा के साथ करे •अपनी निजी जानकारी जैसे फोटो,पासवर्ड, मोबाइल नंबर किसी अनजान व्यक्ति के साथ शेयर ना करें पाटन- हमारी बेटियां हमारी शान है और वे ही प्रदेश के उज्जवल भविष्य की नींव हैं और इनकी सुरक्षा हमारी […]Read More
ओशो- मति एक बड़ी पारिभाषिक धारणा है। तुमने सुनी कहावत कि जब परमात्मा किसी को मिटाना चाहता तो उसकी मति भ्रष्ट कर देता। मति क्या है? तुम्हारे सोचने पर निर्भर नहीं है मति। तुम तो सोच—सोच कर जो भी करोगे वह मन का ही खेल होगा। मति है मन के पार जो समझ है, उसका […]Read More
ओशो- भारत अकेला देश है जो गौ भक्त है | भारत भी पूरा नहीं सिर्फ हिंदू, ना सिख, ना इसाई, ना जैन, ना मुसलमान, ना पारसी इन सबको छोड़ दो | सिर्फ हिंदू और हिंदू ही सिर्फ भारत नहीं है | हिंदुओं की संख्या तो 20 करोड़ है बाकी 50 करोड़ लोग और भी इस […]Read More
सूफी फकीर जलालुद्दीन’ रूमी ने कहा है–लोग प्रार्थनाएँ करते हैं
ओशो- सूफी फकीर जलालुद्दीन’ रूमी ने कहा है–लोग प्रार्थनाएँ करते हैं ताकि परमात्मा को बदल दें। पत्नी बीमार है–अगर उसकी आज्ञा से ही पत्ता हिलता है, तो उसकी आज्ञा से ही पत्नी बीमार होगी-आप गये प्रार्थना करने, जरा सुझाव देने कि बदलो यह इरादा, मेरी पत्नी बीमार नहीं होनी चाहिए, यह भूल-चूक सुधार लो– ‘ […]Read More