कमिश्नर ने की अपील नाली ओर खुले स्थानों पर कचरा ना फेके,शहर को स्वच्छ रखना आपकी भी जिम्मेदारी सूखा – गीला कचरा अलग अलग एवं नाली ओर खुले स्थानों पर कचरा फेकना देने पड़ सकता जुर्माना दुर्ग/ नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत अल सुबह कमिश्नर सुमित अग्रवाल अपने निरन्तर मॉर्निंग विजिट पर वार्ड क्रमांक […]Read More
बैंक की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रखने, गार्ड रखने हेतु कराया गया अवगत संदिग्ध एकाउण्ट नम्बरों की दी जाएगी जानकारी दुर्ग/ जितेन्द्र शुक्ला पुलिस अधीक्षक दुर्ग के निर्देशानुसार आज दोपहर 12.00 बजे पुलिस कंट्रोल रूम, सेक्टर-06 भिलाई में सुखनंदन राठौर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर, दुर्ग की उपस्थिति में शहर के बैंक प्रबंधकों की बैठक आयोजित की […]Read More
बहुत समय बाद किसी मित्र से मिलने पर जो हर्ष होता है, उस हर्ष में लीन होओ ओशो- उस हर्ष में प्रवेश करो और उसके साथ एक हो जाओ। किसी भी हर्ष से काम चलेगा। यह एक उदाहरण है। ‘’बहुत समय बाद किसी मित्र से मिलने पर जो हर्ष होता है।‘’ तुम्हें अचानक कोई मित्र […]Read More
ओशो- यह बात सच है कि मनुष्य अगर गिरे तो पशुओं से बहुत नीचे गिर जाता है और मनुष्य अगर उठे तो देवताओं से बहुत ऊपर उठ जाता है। देवता भी बँधे हैं, जैसे पशु बँधे हैं। इसलिए भारत के मनीषियों ने एक अपूर्व बात कही है कि अगर देवताओं को भी मोक्ष चाहिए हो […]Read More
बकरीपालन प्रबंधन एवं उद्यमिता विकास तीन दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न
दुर्ग/ पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय अंजोरा दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनू विश्वविदयालय अंजोरा दुर्ग में जिला पंचायत बीजापुर के अनुरोध पर राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन अंतर्गत बीजापुर के पशु सखी एवं किसानों के लिये तीन दिवसीय ”बकरीपालन प्रबंधन एवं उद्यमिता विकास” में प्रशिक्षण कार्यक्रम विगत 27 से 29 नवंबर 2024 तक सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण […]Read More
जीवन की अपनी व्यवस्था है, उसका अपना अनुशासन है “ओशो”
ओशो- अस्तित्व अनिश्चित है, असुरक्षित है, खतरनाक है। वह एक प्रवाह है —चीजें सरक रही हैं, बदल रही हैं। यह एक अपरिचित संसार है; परिचय पा लो उसका। थोड़ा साहस रखो और पीछे मत देखो, आगे देखो; और जल्दी ही अनिश्चितता स्वयं सौंदर्य बन जाएगी, असुरक्षा सुंदर हो उठेगी। वस्तुत: केवल असुरक्षा ही सुंदर होती […]Read More
ओशो- मन जब भी दो चीजों को तोड़ता है, तो दोनों के बीच विरोध देखता है। जैसे जीवन है। अगर जीवन को मन देखेगा, तो उसे जीवन में दो हिस्से दिखाई पड़ेंगे, जन्म और मृत्यु। और मन कैसे माने कि जन्म और मृत्यु एक ही हैं? बिलकुल उलटे हैं। एक कैसे हो सकते हैं? कहां […]Read More
ओशो– रूस के बहुत बड़े अध्यात्मविद् और मिस्टिक जॉर्ज गुरजिएफ ने अपनी आध्यात्मिक खोज— यात्रा के संस्मरण ‘मीटिंग्स विद दि रिमार्केबल मेन’ नामक पुस्तक में लिखे हैं। एक दरवेश फकीर से उनकी काफी चर्चा भोजन को चबाने के संबंध में तथा योग के प्राणायाम व आसनों के संबंध में हुई जिससे वे बड़े प्रभावित भी […]Read More
प्रश्न: एक बुद्ध के दृष्टिकोण में दान का क्या अर्थ है? ओशो: एक जाग्रत व्यक्ति की दृष्टि में दान का अर्थ पूरी तरह से अलग होगा, जैसा कि पारंपरिक कैथोलिक विचार में होता है। कैथोलिक विचार गरीबों को राहत प्रदान करने का है। परंतु, एक बुद्ध का विचार होगा कि दुनिया में गरीबी की कोई […]Read More
शासकीय योजनाओं से 55 हितग्राही लाभान्वित दुर्ग/ जिले के पाटन विकासखंड के ग्राम घुघवा (क) में आज आयोजित जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में विभिन्न विभागों को प्राप्त 144 आवेदनों में से मौके पर 91 आवेदन का निराकरण विभागीय अधिकारियों द्वारा किया गया। शेष 53 आवेदन के निराकरण के लिए समय सीमा निर्धारित की गई […]Read More