एफ.एस.टी.पी. कोलिहापुरी में टेस्टिंग कार्य पूर्ण
दुर्ग/ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दुर्ग अश्वनी देवांगन के निर्देशानुसार ग्राम पंचायत कोलिहापुरी में 5.60 लाख रूपये की लागत से निर्मित मल-जल प्रबंधन इकाई का निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात् प्रथम टेस्टिंग कार्य किया गया। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) से अनुदान प्राप्त मलजल प्रबंधन इकाई की क्षमता 4000 हजार लीटर प्रति सप्ताह की क्षमता से निर्माण किया गया है। आयुक्त, नगर निगम दुर्ग के सहयोग से फिकल स्लज की टेस्टिंग के लिये 4000 हजार लीटर क्षमता वाले सक्शन मशीन युक्त वाहन की सहायता से डी स्लजिंग किया गया। इस इकाई में डी-स्लजिंग किये जा रहे मलजल के सुरक्षित निपटान की व्यवस्था की गई है, जिसमें मलजल के उपचारित होने के पश्चात् लिचपीट में भूजल रिचार्ज तकनीक का निर्माण किया गया है। ग्राम पंचायत कोलिहापुरी के समीप आने वाले 16 कि.मी. के क्षेत्र में समस्त ग्राम पंचायतों से सेप्टिक टैंक खाली करने के पश्चात् फिकल स्लज को इस प्लांट में उपचारित किया जावेगा। ग्रामीण क्षेत्र में सक्शन मशीन युक्त वाहन की उपलब्धता न होने के कारण नगर निगम दुर्ग के साथ समन्वय कर ग्रामीण क्षेत्रों में मांग अनुसार वाहन उपलब्ध कराने पर सहमति की गई है। टेस्टिंग पश्चात् ग्रामीण क्षेत्रों में सेप्टिक टेंक खाली कराने के पश्चात् कोलिहापुरी में डी-स्लजिंग का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों से मांग आने पर सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। आस-पास के क्षेत्र में यदि निजी सक्शन मशीन वाहन मालिकों को भी इस प्लांट में डी-स्लजिंग की सुविधा ग्राम पंचायत कोलिहापुरी के माध्यम से दी जायेगी। डी-स्लजिंग के पूर्व ग्राम पंचायत सरपंच एवं सचिव से सम्पर्क कर इस प्लांट का उपयोग किया जावेगा। प्रथम टेस्टिंग में सरपंच ज्वाला प्रसाद देशमुख, सचिव ग्राम पंचायत निमेश भोईर, विकासखंड समन्वयक रविशंकर सिंह खुसरो, तकनीकी सहायक अंशुल हल्दकार उपस्थित रहे।