ना डेट ना रेट ना नंबर ना वेट फिर भी धंधा फुल्ली सेट
धमतरी– बाजार में बिकने वाले पैक्ड खाद्य पदार्थों के लिए सरकार ने कड़े नियम तय कर रखे हैं इस तरह के खाद्य सामग्री बेचने वाली और बनाने वाले लोगों को लाइसेंस लेना पड़ता है साथ ही पैकेट में यह स्पष्ट रूप से लिखना होता है कि यह खाद्य सामग्री शाकाहारी है या इसमें मांसाहारी पदार्थ है साथ ही साथ इस खाद्य पदार्थ को कितने दिनों के भीतर उपयोग किया जा सकता है किस तारीख को इस पैक किया गया है इसका अधिकतम विक्रय मूल्य क्या है और इसका बैच नंबर क्या है जो निर्माता यह विवरण पैकेट पर नहीं लिखता है वह खाद्य पदार्थ बाजार में नहीं बेचा जा सकता है यह तो नियम और कायदों की बात है लेकिन जमीनी हकीकत देखें तो कई खाद्य पदार्थ ऐसे हैं जो छोटी-छोटी दुकानों में पान ठेलो में और डेली नीड्स में यूं ही बिक रही है कौन बना रहा हैं इनका बेस्ट बिफोर डेट क्या है इनका बैच नंबर क्या है इनका एमआरपी क्या है कुछ भी पैकेट पर लिखा नहीं जा रहा है फिर भी धड़ल्ले से यह बाजार में चल रहे हैं ऐसा ही एक मामला धमतरी जिले में सामने आया है जहां पर नावेल्टी लहसुन के नाम का एक प्रोडक्ट हर छोटी-बड़ी दुकान पर बिक रहा है इसमें इसकी पैकेट पर जो लिखा गया है उसके मुताबिक पूजा गृह उद्योग धमतरी के द्वारा इसे बनाया जा रहा है इसमें हालांकि एफएसएसएआई का लाइसेंस लिया जाना बताया जा रहा है लेकिन इसके अलावा इसके पैकेट पर कोई भी डिटेल नहीं है ना ही इसका वजन लिखा हुआ है नहीं एमआरपी लिखा हुआ है न हीं किसी डेट पर इसे पैक किया गया है न ही पैकिंग डेट लिखा है और न ही बैच नंबर उनकी जगह पर एक खाली डब्बा बना दिया गया है फिर भी यह प्रोडक्ट धमतरी के बाजार में लंबे समय से बचा जा रहा है अब सवाल यह उठता है कि ऐसे खाद्य पदार्थों पर रोक लगाने वाला फूड एंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट क्या कर रहा है इस मामले में जब हमने निर्माता से बात की तो उसका कहना था कि छापने वाली मशीन की स्याही खत्म हो गई है इसलिए हम डेट नहीं छाप पा रहे हैं थोड़े दिनों में मशीन सुधरवाकर यह डेट छापना शुरू कर देंगे वहीं खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि हमने मामले को संज्ञान में लिया है और जल्दी इस पर नियमों अनुसार कार्रवाई की जाएगी देखना होगा कि इस मामले में खाद्य सुरक्षा विभाग कब तक अपनी कार्रवाई को अमल में लाता है