घासीदास बाबा जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में ग्राम कुगदा पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहा श्वेत ध्वजा शांति, सदभाव, प्रेम और अहिंसा का प्रतीक
कुम्हारी/ घासीदास बाबा जयंती के उपलक्ष्य में ग्राम कुगदा पहुंचे
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का समिति द्वारा पुष्पाहार से स्वागत किया गया । सतनामी समाज के पदाधिकारी युवा पुरुष महिलाएं भारी संख्या में उपस्थित हुए और समिति द्वारा गाजे बाजे के साथ बाबाजी की शोभायात्रा निकाली गई । भूपेश बघेल ने गुरू घासी दास बाबाजी की पूजा अर्चना की । मंच से भूपेश बघेल ने बाबा घासी दास के अमृत वचन मनखे मनखे एक समान को उद्धृत करते हुए कहा कि एक दूसरे के प्रति सम्मान और विश्वास समानता, परस्पर प्रेम से मानव का विकास होता है, मनुष्य दिखने से बड़ा नहीं, उसकी सोच बड़ी होनी चाहिए ।मानव जीवन के हर क्षेत्र में कटुता रहित स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना रखनी चाहिए इन्हीं सदिच्छाओं को बाबा जी ने अपने अनमोल वचनों के माध्यम से ढाई सौ साल पहले अभिव्यक्त किए जो आज भी प्रासंगिक हैं और इससे न केवल सतनाम समाज वरन अन्य समस्त समाज के लोगों के लिए भी यह एक अनमोल वचन है । उन्होंने समस्त ग्राम वासियों को पुनः गुरु घासीदास जयंती की हार्दिक बधाई दी, इस अवसर पर नगर पालिका परिषद कुम्हारी के अध्यक्ष राजेश्वर सोनकर, उपाध्यक्ष के. रवि कुमार, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष प्रमोद सिंह राजपूत, थानेश पटेल, प्रमोद चंद्राकर, रोहित कुर्रे, रूपेश कुर्रे, खुमान सिंह कुर्रे, राजू मार्कण्डेय, अजय जोशी, मुकेश चेलक, ढाल सिंह मार्कण्डेय, लक्ष्मी मार्कण्डेय, तेजा डहरिया, अनेक कुर्रे सहित बड़ी संख्या में सतनामी समाज के लोग उपस्थित रहे ।