डेंगू की रोकथाम हेतु सघन अभियान
दुर्ग / जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जिनमें से भिलाई नगर निगम क्षेत्र व दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम के अमले द्वारा डेंगू से संबंधित नियंत्रण व रोकथाम का कार्य निरंतर किया जा रहा है। विगत 12 सितम्बर 2023 को कुल 09 नये प्रकरण डेंगू एलिजा पॉजिटिव के मिले, जिसमें से भिलाई नगर निगम क्षेत्र से सेक्टर-2 से 02, सेक्टर-7 से 01, केम्प-2 भिलाई से 01, रिसाली से 01, नगर निगम दुर्ग से 04 के रहवासी है। वर्तमान में 16 मरीज भर्ती है एवं कोई भी मरीज की गंभीर स्थिति नहीं है। मरीजों के निवास क्षेत्रों में घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले द्वारा मॉस्क्टिो सोर्स रिडक्शन का कार्य दैनिक रूप से किया जा रहा है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जे.पी. मेश्राम से प्राप्त जानकारी अनुसार के.के.यादव, महाप्रबंधक, आर.के.गुप्ता, वरिष्ठ प्रबंधक, जनस्वास्थ्य विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र, नगर निगम भिलाई, चरोदा, रिसाली एवं दुर्ग की टीम के द्वारा लगातार डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में लार्वा नष्टीकरण के लिए टेमीफॉस एवं एडिस मच्छर को नष्ट करने के लिए मेलाथियॉन से फागिंग का कार्य किया जा रहा है। आज जिला चिकित्सालय, दुर्ग से एलिजा डेंगू एन.एस. 1 के 10 सैम्पल सिरो टाईप जॉंच हेतु भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायपुर को भेजा गया है। जिसकी पुष्टि संस्थान के द्वारा 2 दिवस के अंदर कर दिया जाएगा। डेंगू नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु दुर्ग, भिलाई, चरोदा, रिसाली नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कुल 88967 घरों का सर्वेक्षण किया जा चुका है, जांच किये कुलर पानी टंकी व अन्य कंटेनर की संख्या-131179 जिनमें से 39811 खाली कराये गये। सभी कंटेनरों में 76173 स्थानों में टेमीफास डालकर लार्वा का नष्टीकरण किया गया। 91699 पाम्पलेट के माध्यम से डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य शिक्षा दी गयी। आम जनता में जन जागरूकता लाने स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम के कर्मचारियों एवं मिडिया के द्वारा व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। डेंगू के लक्षण जैसे ठंड लगने के साथ अचानक बुखार आना, सिर व मांस पेशियों व जोड़ो में दर्द, आंखों के पिछले भाग में दर्द होना, जी मिचलाना एवं उल्टी होना, गंभीर मामलों में नाक मुंह तथा मसूड़ों से खून आना तथा त्वचा पर चकते उभरना के बारे में विस्तृत जानकारी आम जनता को दी गयी व रोकथाम एवं नियंत्रण के तरीके जैसे शरीर को पूरे तरीके से ढंकने वाला पोशाक पहनें। मॉस्किटो रिपेलेन्ट का प्रयोग करें। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। लोगों से अपील की जा रही है कि सप्ताह में एक दिन घर के सारे कन्टेनर जैसे कुलर, पानी टंकी व अन्य पात्र को एक दिन खाली कर सुखने के पश्चात पानी का जल भराव करें। घरों के आसपास पानी जमा होने वाले वस्तुओं जैसे कि गमला, टायर, टूटे-फूटे बर्तन आदि को तत्काल नष्ट करें। घर के आसपास पानी जमा होने पर गाड़ी का जला हुआ तेल डालें जिससे लार्वा के नष्टीकरण में सहायता मिलेगी। आम जनता यह आवश्यक सावधानी बरतें जैसे डेंगू के मच्छर केवल दिन में काटते हैं और साफ पानी में प्रजनन करते हैं। अधिकांश लोग रात के समय मच्छरदानी का उपयोग करते हैं, किन्तु दिन के समय किसी भी प्रकार की सावधानी नहीं बरती जाती है। सावधानी के रूप में फुल शर्ट, पेन्ट पहने एवं शरीर के अन्य भाग पर आडोमास का उपयोग कर डेंगू के मच्छरों के प्रकोप से बचा जा सकता है।