शहर सरकार, प्रशासन और नागरिकों का संयुक्त अभियान,कटिले झाड़ियों से पट चुके उद्यान को महज चार घंटे में संवारा
रिसाली / इंटरनेशनल कालोनी तालपुरी बी ब्लाक स्थित नार्थ गार्डन को संवारने महाअभियान चलाया गया। रविवार को 4 घंटे तक सैंकड़ों लोगों ने श्रम दान किया। महापौर शशि सिन्हा व प्रदेश कांग्रेस महामंत्री जितेन्द्र साहू के नेतृत्व में न केवल निगम अमला बल्कि सौ से भी अधिक तालपुरी के नागरिक एकत्र हुए थे।नार्थ गार्डन केवल नाम का रह गया था। यहां कटिले झाड़ी और खरपतवार को देख गार्डन के अंदर प्रवेश करने से रहवासी घबराते थे। सांप बिच्छु का भय पूरे साल बना रहता था। दृढ़ इच्छा शक्ति से नार्थ गार्डन को महज 4 घंटे में संवार दिया। शहर सरकार व निगम प्रशासन के साथ नागरिकों ने श्रमदान किया। नार्थ गार्डन को देख आस पास के रहवासियों ने खुशियां मनाई और जहां खड़े होने में भय खाते थे उसी स्थान पर खड़े होकर लोगों ने चाय का लुफ्त उठाया।सुबह 6 बजे एकत्र हुए – दरअसल कुछ दिन पहले शहर सरकार समस्या सुनने बी ब्लाक तालपुरी पहुंची थी। जन चैपाल के बाद भ्रमण किया। तभी जनप्रतिनिधियों और पीसीसी महामंत्री की नजर गार्डन में पड़ी। उसी दिन नागरिकों की मांग पर महज कुछ घंटे में गार्डन को संवारने निर्णय लिया गया। रविवार को महापौर शशि सिन्हा, प्रदेश महामंत्री जितेन्द्र साहू सबसे पहले पहुंचे। इसके बाद हाथ बढ़ाने श्रृंखला बनते गई। इस अवसर पर सभापति केशव बंछोर, एमआईसी चन्द्रभान सिंह ठाकुर, अनुप डे, सोनिया देवांगन, पार्षद सारिका प्रेम साहू, शीला नारखेड़े, सरिता साहू, जमुना ठाकुर, अमनदीप सोढ़ी, चन्द्रकांत कोरे, राजेन्द्र रजक, अमृत पाल सिंह, डी नारायण, एल्डरमेन संतूदास मानिकपुरी, संध्या वर्मा, शिशिर साहू आदि उपस्थित थे।रंग रोंगन का कार्य शुरूगार्डन के चारों ओर ग्रील लगा हुआ है। उद्यान के भीतर जंगल क्लीन होते ही निगम प्रशासन ने ग्रील व गेट में पेंट कराना शुरू कर दिया। साथ ही गार्डन में लगे वृक्ष की छटाई भी की गई। चार घंटे के अभियान में 10 ट्रेक्टर ट्राली कचरा निकाला गया।संधारण कार्य के निर्देशअभियान में रिसाली निगम आयुक्त आशीष देवांगन शामिल हुए। उन्होंने पार्क का निरीक्षण किया। टूटे झुले को बिना देरी किए सुधारने और गार्डन के भीतर बने पाॅथवे का मरम्मत कर रंग रोंगन करने निर्देश दिए। आयुक्त ने कहा कि महज 4 घंटे में गार्डन को संवारने का कार्य जन सहयोग और जनप्रतिनिधियों की इच्छा शक्ति के बिना संभव नहीं था।