भिलाई निगम क्षेत्र में 17 जुलाई से होगा छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के खेल का आयोजन, सभी उम्र के लोग ले सकते है भाग, पंजीयन प्रारंभ

 भिलाई निगम क्षेत्र में 17 जुलाई से होगा छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के खेल का आयोजन, सभी उम्र के लोग ले सकते है भाग, पंजीयन प्रारंभ

भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन 17 जुलाई से किया जा रहा है। राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर खेल प्रारंभ होगा और जोन स्तर तथा निगम स्तर पर तीन चरणों में खेल होगा। विजेता प्रतिभागी जिला स्तर एवं संभाग स्तर के खेलों में भाग ले सकेंगे। प्रथम लेवल में 17 जुलाई से छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का खेल प्रारंभ होगा। इसके लिए शहर के अभी आम नागरिक, खिलाड़ी, पुरुष, महिलाएं, युवा, 18 वर्ष तक, 18 से 40 वर्ष तक व 40 वर्ष उम्र से अधिक के व्यक्ति भी भाग ले सकते हैं, खेल में उम्र का कोई बंधन नहीं है। खेल में भाग लेने के लिए उन्हें अपने संबंधित नजदीकी जोन कार्यालय में तथा राजीव युवा मितान क्लब के अध्यक्ष के पास पंजीयन कराना होगा कि वह किस खेल में भाग लेना चाहते हैं। इसके लिए विधायक देवेंद्र यादव, महापौर नीरज पाल व निगम आयुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर आज बैठक हुई। बैठक में ओलंपिक खेल को लेकर पूरी योजना तैयार कर ली गई है। हरेली के अवसर पर सभी वार्ड क्षेत्रों में शामिल कर खेल का आयोजन करने पर चर्चा हुई। पंजीयन कराने के लिए नेहरू नगर जोन, वैशाली नगर जोन, जोन क्रमांक 3 मदर टेरेसा नगर, जोन क्रमांक 4 शिवाजी नगर तथा जोन क्रमांक 5 सेक्टर 6 में कार्यालयीन समय एवं अवधि में संपर्क कर पंजीयन करा सकते हैं इसके अलावा राजीव युवा मितान क्लब के अध्यक्ष से भी संपर्क कर पंजीयन करा सकते हैं। 16 प्रकार के खेल जिसमें गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगडी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकशी, बाटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, रस्सी कूद, कुश्ती एवं लंबी कूद जैसे खेल शामिल है जिसमें भाग लिया जा सकता है। विधायक देवेंद्र यादव व महापौर नीरज पाल की पहल पर छत्तीसगढ़िया खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है भिलाई निगम के प्रत्येक जोन क्षेत्र में इसका आयोजन किया जाएगा। आज की बैठक में प्रभारी सदस्य खेल व युवा कल्याण आदित्य सिंह, अधीक्षण अभियंता डीके वर्मा, सभी जोन आयुक्त, खेल के प्रभारी अधिकारी शरद चावड़ा, अतुल श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।