आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के प्राचार्य पर संस्था की महिला कर्मचारियों और छात्राओं ने यौन प्रताड़ना का लगाया गंभीर आरोप

 आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के प्राचार्य पर संस्था की महिला कर्मचारियों और छात्राओं ने यौन प्रताड़ना का लगाया गंभीर आरोप

जशपुर/  (छत्तीसगढ़) जशपुर जिले के मनोरा के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के प्राचार्य पर संस्था की महिला कर्मचारियों और छात्राओं ने यौन प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री कैंप बगिया और कलेक्टर से शिकायत की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर डा रवि मित्तल ने मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया। जांच रिपोर्ट के बाद कलेक्टर ने आरोप के घेरे में आए प्राचार्य आरबी निराला को आत्मानंद स्कूल से हटाकर शासकीय हाई स्कूल गेड़ई में पदस्थ कर दिया है। जिससे मनोरा में संचालित शासकीय स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल एक बार फिर विवादों के घेरे में घिर गया है।

इस स्कूल के प्राचार्य आरबी निराला के विरूद्ध मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगिया और कलेक्टर से एक पत्र के माध्यम से शिकायत किया गया था। इस शिकायत में प्राचार्य पर महिला कर्मचारियों और छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाया है। आरोप है कि प्राचार्य महिला कर्मचारियों को मोबाइल में आपत्तिजनक मैसेज भेजते हैं और स्कूल में अमर्यादित व्यवहार करते हैं। कलेक्टर द्वारा गठित जांच समिति को दिए गए बयान में संस्था की छात्राओं ने भी प्राचार्य पर अपने कक्ष में नृत्य कराने और उनके निजी दिनचर्या को लेकर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। जांच समिति ने आरोपों के घेरे में आए प्राचार्य आरबी निराला का भी बयान पंजीबद्ध किया है।
अपने बयान में प्राचार्य ने आरोप को सिरे से नकारते हुए स्टाफ और कर्मचारियों के साथ अच्छा व्यवहार करने का दावा किया है। जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करते हुए कलेक्टर ने प्राचार्य निराला को आत्मानंद स्कूल के प्राचार्य पद से हटाते हुए गेड़ई में पदस्थ कर दिया है। इस बीच कलेक्टर ने जांच रिपोर्ट के आधार पर प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूरे मामले में उनकी सफाई मांगी है। तीन दिन के अंदर जवाब प्रस्तुत ना करने पर एकतरफा कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
वहीं जशपुर डीईओ पीके भटनागर ने कहा है कि मनोरा में पदस्थ प्रभारी प्राचार्य पर छात्राओं और महिला शिक्षकों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। प्रशासन ने शिकायत पर जांच कराई है और प्रथम दृष्टया आरोप सही पाएं गए हैं। नोटिस जारी कर उनसे तीन दिन में जवाब मांगा गया है। जवाब आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।