हत्या के संदेह में ग्रामीणों ने पूर्व सरपंच के घर में लगाई आग, एक की मौत, ग्रामीणों के हमले से SP समेत कई पुलिसकर्मी भी घायल

 हत्या के संदेह में ग्रामीणों ने पूर्व सरपंच के घर में लगाई आग, एक की मौत, ग्रामीणों के हमले से SP समेत कई पुलिसकर्मी भी घायल

कवर्धा/ रेंगाखार थाना क्षेत्र के लोहारीडिह गांव में गांव वालों ने पूर्व सरपंच रघुनाथ साहू के परिवार के घर पर हमला कर दिया। इस हिंसक घटना में घर में आग लगा दी गई, जिससे एक व्यक्ति की जलकर मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति लापता है।घटना के बाद गांव में पुलिस की कार्रवाई के दौरान पथराव और मारपीट की घटनाएं भी सामने आईं, जिसमें पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिषेक पल्लव समेत कई पुलिसकर्मियों को भी चोट आई हैं।जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह लोहारीडिह गांव के शिवप्रसाद साहू की लाश मध्यप्रदेश की सीमा से सटे जंगल में फांसी पर लटकी मिली थी। इस खबर के फैलते ही गांव में हड़कंप मच गया। शिवप्रसाद की मौत को आत्महत्या मानने से इनकार करते हुए ग्रामीणों ने इसे हत्या करार दिया और शक की सुई पूर्व सरपंच रघुनाथ साहू और उनके परिवार पर आकर ठहर गई। गांव वालों ने शिवप्रसाद की मौत के लिए पूर्व सरपंच को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके घर पर हमला कर दिया। सैकड़ों की संख्या में इकट्ठे ग्रामीणों ने रघुनाथ साहू के मकान को घेर लिया और उनके परिवार पर हमला बोल दिया। महिलाओं, पुरुषों और बच्चों से मारपीट की गई। इसके बाद आक्रोशित भीड़ ने घर में पेट्रोल डालकर आग लगा दी।आगजनी के दौरान घर में रखा गैस सिलेंडर भी ब्लास्ट हो गया, जिससे मकान पूरी तरह से जलकर खाक हो गया। इस भीषण आग में एक व्यक्ति की जलकर मौत हो गई, हालांकि अभी तक उसकी पहचान की पुष्टि नहीं हो पाई है। इसके साथ ही परिवार का एक सदस्य अब भी लापता है।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव के नेतृत्व में पुलिस बल गांव पहुंचा, लेकिन वहां पहुंचने पर ग्रामीणों ने पुलिस को घुसने से रोकने की कोशिश की। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव करना शुरू कर दिया। इस दौरान एसपी अभिषेक पल्लव समेत कई पुलिसकर्मियों को चोटें आईं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जिलेभर से अतिरिक्त पुलिस बल और बटालियन के जवानों को बुलाया। पुलिस के भारी दल-दस्ते के आने के बाद ग्रामीण गांव छोड़कर फरार हो गए, तब जाकर पुलिस गांव में प्रवेश कर पाई।
रघुनाथ साहू का मकान पूरी तरह से जलकर खाक हो गया है। आग की भीषणता इतनी थी कि घर का कोई भी सामान बच नहीं पाया। लाखों रुपए के नुकसान की आशंका जताई जा रही है। घटना के बाद पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा और आग पर काबू पाया।
इस हिंसक घटना के बाद पुलिस ने बड़ी संख्या में ग्रामीणों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, लगभग 80 से अधिक महिला और पुरुषों को हिरासत में लिया गया है, जो इस घटना में प्रत्यक्ष रूप से शामिल थे।
पीड़ित परिवार के सदस्य विनोद साहू ने बताया कि सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण अचानक उनके घर पहुंचे और घर में तोड़फोड़ कर परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की। उसके बाद पेट्रोल डालकर मकान में आग लगा दी गई। विनोद के अनुसार, उनके भाई और पिता इस हमले के बाद से लापता हैं और एक जली हुई लाश मिली है, जिसकी पहचान अभी नहीं हो पाई है।
इस पूरे घटनाक्रम पर पुलिस उप अधीक्षक पुष्पेन्द्र बघेल ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार यह घटना आपसी विवाद का है। ग्रामीणों ने पूर्व सरपंच के मकान में आगजनी की, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है। लाश की पहचान फिलहाल नहीं हो पाई है और पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया गया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए आईजी दीपक झा भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पुलिस बल को सख्त निर्देश दिए हैं कि इस तरह की हिंसक घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और मामले में दोशी पाए जाने वाले सभी लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।