जलजनित बीमारियों की रोकथाम हेतु जिले के लगभग 215 ग्रामों में हैंडपंपों का किया गया क्लोरीनेशन
दुर्ग/ कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग दुर्ग के कार्यपालन अभियंता उत्कर्ष उमेश पांडेय के मार्गदर्शन में विभाग द्वारा बरसात के समय में होने वाली जलजनित बीमारियों की रोकथाम हेतु जिले के सभी ग्रामों में क्लोरीनेशन का कार्य हैंडपंप तकनीशियन द्वारा किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी अनुसार जिले के 3 ब्लॉक के लगभग 215 ग्रामों में तकनीशियन द्वारा सोडियम ह्यपोक्लोराइड नाम की दवा से गांव के प्रतिनिधि के मौजूदगी में हैंडपंपों का क्लोरीनेशन किया गया है। क्लोरीनेशन का उपयोग पानी में बैक्टीरिया, वायरस और अन्य रोगाणुओं को मारने एवं पेचिस, टाइफाइड, डायरिया जैसी जलजनित बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए किया जाता है। क्लोरीनेशन के बाद पानी का नमूना लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग भेजा जाता है, वहाँ प्रयोगशाला में 13 पैरामीटर में जल का परीक्षण किया जाता है एवं जांच कर आगे की कार्यवाही की जाती है। जिले में स्टॉप डायरिया कैंपेन 1 जुलाई 2024 से 31 अगस्त 2024 तक जल जीवन मिशन के अंतर्गत मनाया गया था, जिसमें लगभग सभी गांव के जल स्त्रोत की सफाई करवाई गई थी।