दुर्ग पुलिस ने चलाया 1 जनवरी से 31 जनवरी तक ऑपरेशन मुस्कान अभियान, अभियान के दौरान कुल 93 बच्चो को किया गया बरामद, परिजनों के चेहरे पर आयी मुस्कान
दो प्रकरण में 12और 13 वर्ष पुराने प्रकरण में मिली सफलता
दुर्ग/ पुलिस महा निदेशक अशोक जुनेजा व पुलिस महा निरीक्षक बद्री नारायण मीना के दिशा निर्देश पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राम गोपाल गर्ग के निर्देश पर दुर्ग पुलिस ने चलाया ऑपरेशन मुस्कान अभियान। दुर्ग से लापता हुए 93 बच्चों को दुर्ग पुलिस ने अलग-अलग राज्यों से खोज निकाला है. इन बच्चों में ज्यादातर लड़कियां है जो लापता हो गई थी।
बता दें कि ‘‘ऑपरेशन मुस्कान’’ अभियान को बेहतर तरीके से चलाने के लिए इस संबंध में छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय द्वारा दुर्ग जिले को दिशा-निर्देश दिए गए थे। जिसे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता से लेते हुए इस अभियान को सफल बनाने के लिए ज़िला स्तर पर टीम का गठन किया और जिसे वरिष्ठपुलिस अधीक्षक के द्वारा स्वयं मॉनिटर किया गया और सभी अधिकारियों को दायित्व सौंपा गया सभी अधिकारीयो द्वार अपने अधिनस्थ थानो से टीम तैयार कर- उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान , ओडिशा, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, गाजियाबाद, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश पुलिस-टीम भेजी गई पूरे अभियान में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर अभिषेक झा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अनुराग झा और डीएसपी बालक विरुद्ध अपराध संजय पुंधीर संबंधित सीएसपी दुर्ग मनी शंकर चंद्रा ,सीएसपी छावनी आशीष बँछोर ,सीएसपी भिलाई नगर विश्वदीपक त्रिपाठी तथा सभी थाना प्रभारियों ने इस महायज्ञ में जोर शोर से कार्य किया जिसके कारण ये सफलता प्राप्त हो पाया है ।इस अभियान में 2 बालिका ऐसी भी जो 13 और 12 साल पहले गुमी थी जिन्हे ओडिशा से ढूंढ निकाला गया ।
लापता बच्चों में सबसे ज्यादा लड़कियां हुई बरामद
‘‘ऑपरेशन मुस्कान’’ के दौरान 14 बालक एवं 79 बालिकाओं इस प्रकार राज्यभर से कुल 93 गुमशुदा बच्चों को बरामद किया गया है।
सबसे अधिक थाना सुपेला, वैशालीनगर, जामूल प्रत्येक में ११ बच्चो को दस्तयाब किया गया, छावनी में 09 और पद्मनाभपुर में 7 बच्चों को ‘ऑपरेशन मुस्कान’’ के माध्यम से बरामद किया गया है उक्त बालक/बालिकाओं को पुलिस द्वारा विधिवत उनके परिजनों के सुपूर्द कर गुमशुदा बच्चों एवं पालकों के चेहरों पर मुस्कान लौटाने में सफलता प्राप्त की है।